मेरे पास चली आना।


सावन जब घिर - घिर आये
और कोयल भी गीत सुनाये
मेरे पास चली आना।

तारे जब दीपक बन जायें
और आँखे भी मोती बरसायें
मेरे पास चली आना।

केशव जब जब लहरायें
अंगड़ाई बेकाबू हो जाये
मेरे पास चली आना।

पायल में झंकार आ जाये
और होंट गुलाबी हो जायें
मेरे पास चली आना।

चेहरे पर रौनक आ जाये
आंखे मधुशाला हो जायें
मेरे पास चली आना।

रातें जब उधार हो जायें
दिन भी लाचार हो जाये
मेरे पास चली आना।

बिस्तर लड़ - लड़ जाये
तकिया भी नींद चुराये
मेरे पास चली आना।

भले साल पचपन हो जाये
याद बचपन की आ जाये
मेरे पास चली आना।


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