न कभी हम मिल पायेंगे।

 

न दाग दामन में लगने पायेंगे
भले जान जिस्म से चले जायेंगे
न कभी हम मिल पायेंगे।

नयन बस नीर बहायेंगे
नज़र नजर को तरस जायेंगे
न कभी हम मिल पायेंगे।

इरादे सारे बदल जायेंगे
वादे सब भूल जायेंगे।
न कभी हम मिल पायेंगे।

नकाब चेहरे पर आयेंगे
हम इतने फरेबी हो जायेंगे।
न कभी हम मिल पायेंगे।


वादे रात को करके आयेंगे
सुबह घोल चाय में पी जायेंगे
न कभी हम मिल पायेंगे।

त्योहार सपनों में आयेंगे
हम अपनों के लिए गिड़गिड़ाएंगे
न कभी हम मिल पायेंगे।


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