असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

जिंदगी - ए- राह में क्या - क्या नहीं देखा।

 





जिंदगी - ए- राह में क्या - क्या  नहीं  देखा

रोती  खुशियां  और  विलखते  गम  देखा।


यूं  तो  बहारों  का  मौसम  खूब रहा मगर

अपने  हिस्से  में  इसका असर कम देखा।


छोड़  रही  थी   स्याह,   साथ   कलम  की

तभी  किस्मत  को  वहां  से  गुजरते  देखा।


हवा    की    तरह   उनको    गुजरते   देखा

फिर  उम्मीदों  को   अपने   बिखरते  देखा।


लत  लगी  थी  साहब  तो  लगी ही रह गयी

हमने  खामोशियों  को  दिल में उतरते देखा।





Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।