असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

नाम उसका फरिश्तों में आ जाये।


ओ शरारतें, शैतानियां और लड़कपन
जी करता हम पुराने रिस्तों में आ जायें।

ताकना, झांकना, एक दूजे को डांटना
भले खुशियां हमारी किस्तों में आ जायें।

कोई शख़्स ऐसा जो मिला दे फिर से हमे
यकीनन नाम उसका फरिश्तों में आ जाये।

चुन लें कुछ फूल हम भी पुराने लम्हों से
फिर तो नाम हमारा मौला-मस्तों में आ जाये।

मिल जाऊँ उसे आज भी आसानी से
गर नाम मेरा बड़े सस्तों में आ  जाये।

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।