असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

जब से 'जान' तेरा जाना हुआ।


जिस्म-ए-जान बेगाना हुआ।
जब से 'जान' तेरा जाना हुआ

चीख पड़े तकिया बिस्तर भी
जब से 'जान' तेरा जाना हुआ

छुप - छुप के रोती है छोटी भी
बड़ी का गायब मुस्कुराना हुआ

आंगन में मां सिसकती रही
बाप का गायब तराना हुआ।

चेहरा भाई की भी हवाई हुआ
अश्क-ए-पलक जमाना हुआ।

कली गली की भी सूख गयी
उजड़ा चमन स घराना हुआ।

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।