किसी का टाइम पास मत बना देना।

Image
बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

दो घूंट जहर की बस मुझे पिला देना ||

         ग़ज़ल
दो घूंट जहर की बस मुझे पिला देना
जिंदगी-ए–सफ़र की रोशनी मिटा देना
जिंदगी जहन्नुम से बद्तर बना देगी
नफ़रत किसी जिंदगी में मिला देना
दो घूंट ..........................................
हर रिश्ते को मिटाने की ताकत है
बस गलतफ़हमी रिश्तों में सज़ा देना
दो घूंट .........................................
बेंड़ीयां ज़माने की जकड़ नहीं सकती
मोहब्बत किसी की दिल में बसा लेना
दो घूंट ...........................................
                रामानुज ‘दरिया 

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।