जहां तनाव है वहीं जिंदगी

मेरी आबरू पर
खुदा की बंदगी है
जहां तनाव है
वहीं जिंदगी है।।
दिखता नहीं कसाव है
उम्र का पड़ाव है
घूरती बदन को
दिमाग की गंदगी है
जहां तनाव.........
रिश्तों में खटाव है
लगता है चुनाव है
वोट के खातिर
संवाद में सरमंदिगी है
जहां तनाव.........
रंगों का जमाव है
गुझिया में भराव है
ताल पे ताल सजे कैसे
दिलों में दरिंदगी है ।
जहां तनाव..............
रामानुज 'दरिया'

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