आस्तीन सांप की।

उनको हो जाने दो राख की
जो परवाह न करे आपकी।

यकीं मानो , मिट गया है ओ
जिसने सुनी न माँ बाप की।

बात मानों तुम पाल लो नाग को
पर न पालो आस्तीन सांप की।

कर लो कुछ सद्कर्म भी प्यारे
वर्ना असर न करेगी हरि जाप की

बस चाह लो एक बार जो सनम
मिट जाएंगी दूरियां दिलों के नाप की।

मिल जाये जिंदगी उसे भी
बच्चा गोद ले लो किसी अनाथ की।
'दरिया'

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