असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

पर्यवारण हमारा है।

हवा का सहारा है
नदिया का किनारा है
सच पूछो तो ये
पर्यावरण हमारा है।

पहाड़ों को तोड़ कर
धाराओं को मोड़ कर
जो हुनर हमने दिखया है
परिणाम है उसी का आज,
बच्चा - बच्चा बेसहारा है।

ज़हर घोला है हमने
नाला नदियों में खोला है हमने
विज्ञान पढ़ पढ़ कर
रसायनों का अविष्कार किया हमने
परिणाम उसी का है
हर इंशान आज बेचारा है।

काश दादा की बात माने होते
एक पौधा अपने हिस्से में लगाये होते
कोने कोने में आज हरियाली होती
समृद्धिवान ये पर्यावरण हमारा होता।


Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।