पर्यवारण हमारा है।

हवा का सहारा है
नदिया का किनारा है
सच पूछो तो ये
पर्यावरण हमारा है।

पहाड़ों को तोड़ कर
धाराओं को मोड़ कर
जो हुनर हमने दिखया है
परिणाम है उसी का आज,
बच्चा - बच्चा बेसहारा है।

ज़हर घोला है हमने
नाला नदियों में खोला है हमने
विज्ञान पढ़ पढ़ कर
रसायनों का अविष्कार किया हमने
परिणाम उसी का है
हर इंशान आज बेचारा है।

काश दादा की बात माने होते
एक पौधा अपने हिस्से में लगाये होते
कोने कोने में आज हरियाली होती
समृद्धिवान ये पर्यावरण हमारा होता।


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