असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

जिसको जाना था ओ चले गये।


साथ लेकर सारे शिकवे गिले गये
जिसको जाना था ओ चले गये।

बात पुरानी हवेली की करते हो साहब
नीव नई बखरियो के अब तो हिल गये।

शिकायत अपनों से ही रहती है सदा
कौंन गैरों के लिपटने गले गये।

चमन खाली नहीं होता 'दरिया'
यहाँ कितनों के माली बदले गये।

मज़ाल क्या बहार की जो न आये
हर कली जो चमन के खिल गये।

Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।