किसी का टाइम पास मत बना देना।

Image
बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

ख्वाबों के महल झोपड़ी में दफन हो गये।


 ख्वाबों  के  महल   झोपड़ी   में   दफन  हो  गये

छोटी  उम्र  में  जिम्मेदारियों  के  सिकन  हो गये

किसी  और  के  हालात  ही  क्या  बयां करें हम

अपनी  गर्मी के कम्बल शर्दियों के कफन हो गये।

Comments

Popular posts from this blog

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

किसी का टाइम पास मत बना देना।

बस रोने को ही जी चाहता है।