कहां लिखा है।

बिछड़ कर तुमसे तेरा होना कहां लिखा है

मेरी किस्मत में अब सोना कहां लिखा है।


चाहो  तो  गलियां मेरी भी रोशन हो जाये खुदा

वरना अंधेरे को उजाले का होना कहां लिखा है।


कही  थी  बगैर  मेरे  मर   तो   नहीं  जाओगे

मेरी हालात पर तुम्हें अब रोना कहां लिखा है।


मोती  की  तरह  जो  आज बह रहे हो अश्क़

मेरी आँखों का तेरा अब होना कहां लिखा है।


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