असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

हम खुद से मिलकर आये थे।


 

उम्मीदों  के  साये  मँडराने  लगे

ओ हमें देख कर मुस्कुराने लगे।


हम भी ज़रा ठिठुक गये थे

चलते चलते जब ओ रुक गये


ख़ामोशी से पलकें उठाये थे

हम खुद से मिलकर आये थे।


Comments

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।