किसी का टाइम पास मत बना देना।

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बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक  किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।  

इश्क़ में वापसी का कोई रास्ता नहीं होता।


 

झलक   देख  कर  फ़लक  तक  जाने  वालों

इश्क़  में  वापसी  का  कोई  रास्ता नहीं होता


होकर  आओ  कभी  वैश्याओं  की गलियों से

वहां भोजन मिलता है कभी नास्ता नहीं होता।


ख़्वाब मुकम्मल होते हैं तक़दीर की गहराइयों से

सिर्फ हथेलियां घिसने से सौदा सस्ता नहीं होता।


कसम  है   गर   तुम्हें   एक   बार  भी  मैं  रोकूं

मरते  इश्क़  से  मेरा  कोई  वास्ता  नहीं  होता।


गर समझती तुम गिड़गिड़ाहट मेरी भी सनम

हमारे दरमियां इतना बड़ा हादसा नहीं होता।




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