मानता हूँ की चूड़ियों में खनक बहुत थी।


 मानता हूँ की चूड़ियों में खनक बहुत थी

उलझी  हुयी  जुल्फों  में महक बहुत थी

छोड़  न  देता  उसे  तो  करता  भी क्या

पढ़ने की  तब  मुझमें  सनक  बहुत  थी।


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