बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
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गर इश्क़ किसी और से करोगी
और नयन किसी और से मिलाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
सिखा कर पाठ मुहब्बत का
छोड़ कर साथ चली जाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
खिला कर पान इश्क का
लगा कर चूना चली जाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
पहन कर हार हीरों का
गले किसी और को लगाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
पहन कर कपड़े अर्धनग्न
गलत विचार को ठहराओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
वादा सात जन्मों का मोहब्बत में
गहराई सात दिन में नपॉओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
मिला कर मन किसी और से
गोलाई तन की नपाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
भुला कर कुर्बानियां माँ - बाप की
धज़्ज़ियाँ इज़्ज़त की उड़ाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
बना कर परी रक्खा था जिसने कभी
उसी के लिये अभिशाप बन जाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
और नयन किसी और से मिलाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
सिखा कर पाठ मुहब्बत का
छोड़ कर साथ चली जाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
खिला कर पान इश्क का
लगा कर चूना चली जाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
पहन कर हार हीरों का
गले किसी और को लगाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
पहन कर कपड़े अर्धनग्न
गलत विचार को ठहराओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
वादा सात जन्मों का मोहब्बत में
गहराई सात दिन में नपॉओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
मिला कर मन किसी और से
गोलाई तन की नपाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
भुला कर कुर्बानियां माँ - बाप की
धज़्ज़ियाँ इज़्ज़त की उड़ाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
बना कर परी रक्खा था जिसने कभी
उसी के लिये अभिशाप बन जाओगी
बेशक तुम तनहा रह जाओगी।
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बातों का अहसास मत बना देना मुझे किसी का खास मत बना देना बस इतना रहम करना मेरे मालिक किसी का टाइम पास मत बना देना। जान कह कर जो जान देते थे ओ चले गये अनजान बन कर फितरत किसकी क्या है क्या पता बारी आयी तो चले गये ज्ञान देकर। अब होंसला दे खुदा की निकाल सकूं खुद को भी किसी तरह संभाल सकूं आसां नहीं रूह का जिस्म से जुदा होना बगैर उसके जीने की आदत डाल सकूं। हमने ओ भयावह मंजर भी देखा है किसी को टूटते हुये अंदर से देखा है अब किसी के लिये क्या रोना धोना हमने तो अब खुद में सिकंदर देखा है।
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उनका भी इक ख्वाब हैं।
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