असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा

Image
असत्य पर सत्य तो जीत ही जाएगा मगर सत्य में असत्य को कब मिटाओगे  तन का रावण तो जल ही जाएगा मगर मन के रावण को कब तुम जलाओगे। तिनका रक्षा मां की करे कब तलक खुद को राक्षसों से कब तक बचायेंगी  या तो भेजो तुम अपने हनुमान को या बताओ धनुष धारी तुम कब आओगे   

शायरी।


 गुनहगार  हैं  हम  जो  गुनाहों को बयां करते हैं

समझदार  हैं  ओ  जो  हर  बार गुनाह करते हैं।

मेरी  ख़ामोशी  और  तनहाइयाँ  मुझे  सताती हैं

वाह रे मुहब्बत  तू कितनी अदब से पेस आती है।

         

Comments

Unknown said…
Jisko barbad krna hota hai wo adb se hi pes ate h
जी बिल्कुल सही है।

Popular posts from this blog

किसी का टाइम पास मत बना देना।

तेरे बिन जिंदगी बसर कैसे हो।

उनका भी इक ख्वाब हैं।